डॉ हरबर्ट क्लेबर : हरबर्ट डेविड क्लेबर के नाम से भी पहचाने जाने वाले डॉ. हरबर्ट क्लेबर का जन्म 19 जून 1934 को अमेरिका में हुआ था, अमेरिकी मनोचिकित्सक और मादक द्रव के सेवन पर शोध करने वाले डॉ हरबर्ट क्लेबर येल यूनिवर्सिटी में 1968 से 1989 तक मनोचिकित्सा के प्रोफेसर के भी थे.
डॉ हरबर्ट क्लेबर
हरबर्ट क्लेबर ने अपनी पढाई Thomas Jefferson University से पूरी की. येल युनिवर्सिटी में उन्होंने ड्रग डिपेंडेंस यूनिट की भी स्थापना भी की. हरबर्ट ने व्हाइट हाउस में भी 2 वर्षो तक काम किया था जिसमे वह नेशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी के कार्यालय में डिमांड रिडक्शन के लिए डिप्टी डायरेक्टर थे.
कोकीन, हेरोइन, प्रिस्क्रिप्शन ओपिओइड, शराब या मारिजुआना इन सभी नशीले ड्रग से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज के लिए हरबर्ट ने अपनी पत्नी मैरिएन फिशमैन के साथ मिलकर सन 1992 में कोलंबिया विश्वविद्यालय में मादक प्रदार्थों के सेवन विभाग की स्थापना की.
निर्देशक के रूप में काम करते हुए हरबर्ट ने नशीले प्रदार्थों का सेवन करने वाले व्यक्तियों के इलाज के लिए बहुत से शोध किये, और साथ ही कोलंबिया विश्वविद्यालय में उन्होंने जिसेफ़ कैलीफोर्निया के साथ मिलकर नेशनल सेंटर ऑन एडिक्शन एंड सब्सटेंस एब्यूज की स्थापना की.
अपने सम्पूर्ण जीवन में नशे की लत और इसके उपचार के लिए उन्होंने कई शोध किये, अमेरिका और न्यूयार्क में बेस्ट डॉक्टर की लिस्ट में डॉ हरबर्ट क्लेबर का नाम भी शामिल हुआ करता था.
नशे की लत के आदि हो चुके लोगो के उपचार में वह अपना समय दिया करते थे जिससे ऐंसे लोगों की मदद कर उन्हें वह जीवन दान दिया करते थे. नशे की लत के आदि हो चुके लोगो की सहायता के लिए हरबर्ट के जितने भी शोध किये थे पत्र लेखन की सहायता से अपने शोध और अनुभव को भी लिखा करते थे. उन्होंने लोगो
डॉ हरबर्ट क्लेबर की मृत्यु 84 वर्ष की आयुन में 5 अक्टूबर, 2018 को हुई.
गूगल डूडल का विवरण : गूगल के द्वारा डूडल पर जिस फोटो का उपयोग किया गया है उसके जरिये गूगल यह दिखाना चाहता है की, डॉ हरबर्ट क्लेबर नशे की लत में फंस गयी एक लड़की के साथ बैठे है और उनकी समस्या को सुन रहे और उसे एक नोट भी कर रहे है. साथ ही फोटो में एक व्यक्ति को नशे की लत से से बहार निकलते हुए एक सामान्य व्यक्ति के जैसे दिखाया गया है.