ब्लैक फंगस से कैसे बचें – ब्लैक फंगस (Black Fungus) का नाम आजकल बहुत जगह सुनने को मिल रहा होगा लेकिन यदि अभी तक आपने केवल इसका नाम ही सुना है तो इस जानकारी को पूरा जरूर पड़ना, दोस्तों जिस तरह से हमने कोरोना का नाम सुना था तो हमें नहीं लगा था की कोरोना वायरस पूरी दुनिया पर ऐंसी मुसीबत खड़ी कर देगा बिलकुल अभी ऐंसा ही ब्लैक फंगस को लेकर हो रहा है।
ब्लैक फंगस अभी के समय में एक ऐंसी बिमारी है जो धीरे धीरे बढती जा रही है, लेकिन यदि समय पर हमने इसके बारे में जानकारी रख ली और सावधनी बरती तो इससे हम बच सकते है लेकिन यदि लापरवाही बरती गयी तो फिर यह बिमारी भी कोरोना जैसा प्रभाव पूरी दुनिया में डाल सकती है।
ब्लैक फंगस के केश पिछले साल दिसम्बर से मिलना शुरू हो गए थे, और देश में सबसे पहले फंगस के केश दिल्ली में देखने को मिले थे, लेकिन इसके बाद अब बिमारी मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब के आलावा भी बहुत से राज्यों में फ़ैल चूका है और इन राज्यों से बहुत से ब्लैक फंगस के केश मिलने लगे है।
ब्लैक फंगस के यह बिमारी इतनी खतरनाक है की यह आँखों की रोशनी तक छीन सकती है यहाँ तक अभी तक कुछ लोगो के जान भी ब्लैक फंगस के कारण जा चुकी है, जिस तरह से कोरोना सभी के लिए एक नया वायरस था उसी तरह ब्लैक फंगस भी एक नई बिमारी है, लेकिन समय पर यदि इसका पता चल जाये तो इससे ठीक भी हो सकते है।
क्या है ब्लैक फंगस
ब्लैक फंगस जिसे म्यूकर माइकोसिस भी कहा जाता है एक फंगस इन्फेक्शन है जो की उन लोगो पर अधिक देखने को मिल रहा है जो कोरोना होने के कारण अधिक समय से ICU में हो या फिर इससे पहले भी कोई दूसरी बीमारी रही हो, जिनकी स्टेरॉयड की वजह से इम्यूनिटी कमजोर है, डायबिटीज अनियंत्रित रहती है या फिर इसी तरह वह किसी न किसी बीमारी से ग्रसित है तो उन्हें इसका खतरा अधिक है।
ब्लैक फंगस के लक्षण क्या है
ब्लैक फंगस में आखों का लाल होना या फिर दर्द होना, चेहरे में सुजन का आना, साँस लेने में तकलीफ, उल्टी में खून का आना, बुखार, खांसी, सिरदर्द, आँखों से धुंधला दिखाई देना या सुजन होना आदि लक्ष्ण देखने को मिल सकते है इसलिए इस तरह के लक्षण महशुस होने पर बिना देरी किये अपने नजदीकी डॉक्टर को जरूर दिखाए।
कैसे फ़ैल रहा है यह वायरस शरीर में
यदि स्किन पर किसी भी तरह का कोई घाव है या फिर आप किसी घुल वाली जगह पर हैं तो साँस लेने पर फंगस आपके शरीर में जा सकता है, फंगस का हवा में फैलने का कारण यह है की ब्लैक फंगस घुल पर चिपककर हवा में इधर उधर फ़ैल सकता है, और साँस लेने पर हवा के साथ हमारे शरीर में जा सकता है।
ब्लैक फंगस से कैसे बचें
ब्लैक फंगस से बचने के लिए कुछ बातो को ध्यान रखना होगा जो इस तरह है –
- यदि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से ठीक होकर वापस आया है तो उन्हें इस बात का ध्यान रखना है की उन्हें कुछ समय तक इम्युनिटी पर ध्यान रखना होगा, इसके आलावा ब्लड ग्लूकोज का ध्यान भी रखे।
- ब्लड सुगर को कंट्रोल में रखना होगा।
- स्टेरॉयड का उपयोग बिना डॉक्टर की सलाह के न करे।
- यदि आपको ब्लैक फंगस के कोई भी लक्ष्ण दिखाई देते है तो तुरंत डॉक्टर के देखरेख में अपना इलाज शुरू करवा दे।
- किसी भी एंटीबायोटिक का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर करे।
- किसी ऐंसी जगह पर जाने से बचे जहाँ पर धुल हो।
- माइक्रोस्कोपी और KHO टेस्ट का उपयोग फंगस एटियोलॉजी का पता लगाने के लिए किया जाता है इसलिए इन टेस्ट को करवाने से घबराएँ नहीं।
ब्लैक फंगस के जो भी लक्षण है यदि वह किसी व्यक्ति को मह्सुश होते है तो तुरंत इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए, यदि इस बीमारी का पता जल्दी चल जाता है तो इसका इलाज कर इसे ठीक भी किया जा सकता है लेकिन इसमें देरी होने से जान जाने का खतरा भी हो सकता है।
आप ने ब्लैक फंगस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है| इम्युनिटी बढाकर ब्लैक फंगस से बचा जा सकता है यह भी अच्छी information है|
आपका हर पोस्ट बहुत ही जानकारी से भरा हुआ हैं। महत्वेपूर्ण जानकारी देने के लिए धन्य।वाद।